Thursday 29 November 2012

हमसफर












यूंही तन्हा कट रहा था, जीवन का ये सफर
फिर तुम मिल गयी मुझे, ज़िन्दगी के राह पर

 जब से तुम हमसफ़र बने, मंज़िल की तलाश न रही बाकी
सबकुछ मिल गया हो जैसे, बस तुमको ही पा कर

कई सपने, कई अरमान, कई ख्वाइशें थीं, मेरे भी
 कोई चाह अब बाकी नहीं, तुमको चाह कर

बस यही सिलसिला है अब. मेरे ज़िन्दगी का
जीते हैं तेरी खुशी के लिये, मर जाएंगे, तेरी एक आह पर

ऐसा नहीं के इस जहां में नजारे, हमने कभी देखे न हों
पर अब ये निगाहें रुक गयी है, तेरे चेहरे, तेरे निगाह पर

प्यार, मोहब्बत, पहले ,एक लब्ज़ के सिवा कुछ भी न था
प्यार क्या है ये हमने जाना, प्यार तुमसे निबाह कर


रह न सकोगी तुम कभी, मुझ से जुदा होकर
मुझको तबाह करके, न खुद को तबाह कर

शीशे से भी नजुक हैं, दिल के ये गहरे रिश्ते
न टूटे मेरा दिल कभी, बस इस बात की परवाह कर

हाथ थामा है तुम्हारा, तो साथ भी निभायेंगे हम
बस हमसफर बनके तू साथ चल, प्यार के इस राह पर


********************************************* 
HAPPY ANNIVERSARY SUE, YOU CHANGED MY LIFE, YOU GAVE ME LOVE MORE THAN I THINK I DESERVED. NOW I LOVE MY LIFE BECAUSE I LOVE YOU.

ps: this is an attempt made by me at writing poetry in hindi after almost 35 years I used to scribble some lines in hindi during my school & college days, then just gave it up, but thanks to the hindi software kit , I will give it a try now & then. 

pic:courtesy GOOGLE